लेखनी कविता - ऊँचाई -अटल बिहारी वाजपेयी

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ऊँचाई -अटल बिहारी वाजपेयी ऊँचे पहाड़ पर,  पेड़ नहीं लगते,  पौधे नहीं उगते,  न घास ही जमती है।  जमती है सिर्फ बर्फ,  जो, कफ़न की तरह सफ़ेद और,  मौत की तरह ...

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